नदी किसे कहते हैं |
विषय – नदी किसे कहते हैं
नदी – ऐसा पानी जो एक निश्चित दिशा में लगातार प्रवाहित होता है, उसे नदी कहते हैं। या हम कहत सकते हैं कि नदी बहते हुए पानी की एक ऐसी धारा है। जो आगे चलकर एक बड़ा रूप ले लेती है।
अपवाह तंत्र
एक नदी जिसके साथ उसकी बहुत सारी सहायक नदियां होती हैं, और उन सहायक नदियों की भी सहायक नदियां होती है, जिससे एक बहुत बड़े तंत्र का निर्माण हुआ तो इसी तंत्र को अपवाह तंत्र कहते हैं।
या सरल शब्दों में कह सकते हैं कि एक नदी और उसके सहायक नदियों के पूरे के पूरे क्षेत्र को अपवाह तंत्र कहते हैं।
Example –
गंगा एक नदी है। और इसका एक अपवाह तंत्र भी है। जैसे गंगोत्री से निकलने वाली गंगा और जो बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। वो सिर्फ गंगा हो जाएगी। लेकिन यदि आपने गंगा नदी को उसके सहायक नदीयों की भी सहायक नदीयों के साथ दर्शाया हो तो जिससे एक बहुत बड़े तंत्र का निर्माण होता है उसी तंत्र को गंगा नदी का अपवाह तंत्र का जायेगा।
भारत की नदीयां
यदि आप भारत की नदीयों की बात करे तो आप इन्हें दो भागों में बांट सकते हैं।
- महाने के आधार पर।
- स्थल आकृति के आधार पर।
मुहाने के आधार पर
यदि भारत की नदियों को मुहाने के आधार पर बांटगे तो भारत की नदियों को दो भागों में बांट सकते हैं।
- अरब सागर में गिरने वाली नदियां।
- बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियां।
अरब सागर में गिरने वाली प्रमुख नदियां |
बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली प्रमुख नदियां |
नर्मदा नदी | गंगा नदी |
सिंधु नदी | ब्रहाम पुत्र |
ताप्ती | कृष्णा |
माडवी | कावेरी |
साबरमती | गोदावरी |
पेरियार | तुंगभद्रा |
भीमा |
स्थल आकृति के आधार पर
यदि भारत की नदियों को मुहाने के आधार पर बांटगे तो भारत की नदियों को दो भागों में बांट सकते हैं।
- हिमालयी नदियां (ऐसी नदियां जो हिमालय क्षेत्र से निकलती हैं।
- प्रायद्वीपीय नदियां।
हिमालय नदियां
ऐसी नदियां जो हिमालय क्षेत्राें से निकलती है। हिमालय नदियां कहलाती है। हिमालय से निकलने वाली तीन प्रमुख नदी तंत्र ।
- गंगा नदी तंत्र
- सिंधु नदी तंत्र
- ब्रहापुत्र नदी तंत्र
प्रायद्वीपीय नदियां
ऐसा क्षेत्र जो तीनों ओर से समुद्र से घिरा होता हो उसे प्रायद्वीप कहते हैं। और ऐसे क्षेत्र से निकलने वाली नदियों को प्रायद्वीपीय नदियां कहते हैं। प्रायद्वीपीय भारत की प्रमुख नदीयां।
- नर्मदा नदी
- ताप्ती नदी
- गोदावरी नदी
- कृष्णा नदी
- कावेरी नदी।
हिमालयन और प्रायद्वीपीय नदियों में अन्तर
हिमालय नदियां
हिमालय एक यंग (युवा वलित पर्वत) है। जिसकी रचना टेथिस सागर के अवसादों से हुई है। चूंकि ये युवा पर्वत है, और यहां की चट्टानें नवीन हैं, और यहां की अत्यधिक मात्रा में अवसाद पाया जाते हैं।
- इसका अर्थ ये हुआ कि जो भी नदी जो भी नदी हिमालय से निकली है, उसमें अवसादों की मात्रा ज्यादा होगी। क्योंकि यहां की चट्टानें नवीन हैं, यहां की चट्टानें युवा हैं।
- हिमालय पर्वत काफी ऊंचाई पर स्थित है, और इस ऊंचाई के कारण यहां पर बहुत बड़ी मात्रा में ग्लेशियर व बर्फ पायी जाती है। बर्फ की एक बहती हुई नदी ग्लेशियर होती है। इस ग्लेशियर के कारण हिमालय पर्वत से जितने भी नदियां निकलती हैं, वो बारहमासी नदीयां होती हैं। और इन नदियों में कभी भी पानी की कमी नहीं आती है। क्योंकि जो इन नदियों के पानी को मुख्य स्त्रोत है, उसके लिए हिमालयन नदियां मानसून पर निर्भर नहीं हैं। उसके लिए हिमालयन नदियां ग्लेशियन पर निर्भर हैं।
- हिमालय की ढलान नीचे की ओर होने के कारण हिमालय की नदिया की गति तीव्र होती है। व इन नदियों की गति तेज होने के कारण यहां पर युवा चट्टानें हैं। तीव्र गति के कारण से यहां पर कटाव बहुत ज्यादा होता है। जिसके कारण यहां पर अपरदन और अपक्षय की प्रक्रिया बहुत ज्यादा होती है। उसी अपक्षय और अपरदन के कारण जो गंगा की नदीयां हैं, वो अपने साथ बहुत ज्यादा मिट्टी लेकर के आती हैं, व इसी मिटटी के कारण निर्माण हुआ भारत के उत्तर के मैदान का। जिस पर भारत की लगभग 40% जनसंख्या निर्भर है।
प्रायद्वीपीय नदियां
- प्रायद्वीपीय भारत का जो इलाका है, वो आग्नेय चटटानों की निर्माण से बना हुआ इलाका है। ये आग्नेय चटटानें ज्वालामुखी के विस्फोट से बनती है। जो ठोस अवस्था में होती है।
- प्रायद्वीपीय भारत से जितनी भी नदियां बहती हैं, वो कम अवसादों को लेकर के आगे बढ़ती है। चूंकि ये नदियां कम अवसादों को लेकर आगे बढ़ती हैं, तो ऐसा नहीं है कि ये मैदानों का निमार्ण नहीं करती है। पर ये नदियां कम मैदानों का निर्माण करती है। और प्रायद्वीपीय नदियां छोटे डेल्टाओं निर्माण भी करती है। ये नदियां केवल छोटे डेल्टाओं का ही निर्माण कर पाती है, क्योंकि प्रायद्वीपीय भारत की नदियां जिस इलाके से बहती हैं, उस इलाके की चटटानें इतनी कठोर होती है, ये नदियां इन चटटानों को आसानी से नही काट पाती है। जिससे वहां पर अवसादों की मात्रा कम होती है। जिसके कारण प्रायद्वीपीय भारत की नदियां बड़े डेल्टाओं का निर्माण नहीं कर पाती है।
- प्रायद्वीपीय भारत की जो नदियां हैं उनका स्त्रोत पहाड़ियां होता है। अर्थात इन नदियों को जो पानी मिल रहा है वो पहाड़ों से मिलता है। पहाड़ों में वर्षभर पानी नहीं रहता है, उनका पानी खत्म हो जाता है। यहीं कारण है, कि प्रायद्वीपीय भारत की नदियां मानसून पर निर्भर रहती है। जिस कारण से यह नदियां बारहमासी नहीं बहती है।
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भारत की बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं
FAQ – भारत की नदियां
नदी किसे कहते हैं?
ऐसा पानी जो एक निश्चित दिशा में लगातार प्रवाहित होता है।
अपवाह तंत्र किसे कहते हैं?
एक नदी जिसके साथ उसकी बहुत सारी सहायक नदियां होती हैं, और उन सहायक नदियों की भी सहायक नदियां होती है, जिससे एक बहुत बड़े तंत्र का निर्माण हुआ तो इसी तंत्र को अपवाह तंत्र कहते हैं।
मुहाने के आधार पर नदियों को कितने भागों में बांटा गया है?
मुहाने के आधार पर नदियों को दो भागों में बांटा गया है। पहला अरब सागर में गिरने वाली नदियां और दूसरा बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियां।
स्थल आकृति के आधार पर नदियों को कितने भागों में बांटा गया है?
स्थल आकृति के आधार पर नदियों को दो भागों में बांटा गया है। पहला हिमालय नदियां और दूसरा प्रायद्वीपीय भारत की नदियां।
अरब सागर में गिरने वाली प्रमुख नदियां के नाम?
नर्मदा, सिंधु, ताप्ती, माडवी, साबरमती और पेरियार नदी इत्यादि।
बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली प्रमुख नदियों के नाम?
गंगा नदी, ब्रहापुत्र नदी, कृष्णा, गोदावरी, कावेरी, तुंगभद्रा और भीमा नदी इत्यादि।
हिमालय नदियां किसे कहते हैं?
ऐसी नदियां जो हिमालय क्षेत्रों से निकलती है। हिमालय नदीयां कहलाती है।
प्रायद्वीप नदियां किसे कहते हैं?
ऐसा क्षेत्र जो समुद्र से तीनों ओर से घिरा होता है। उसे प्रायद्वीप कहते हैं। और ऐसे क्षेत्रों से निकलने वाली नदियों को प्रायद्वीपीय नदियां कहते हैं।
भारत के हिमालय क्षेत्रों से निकलने वाली प्रमुख नदियां के नाम?
गंगा नदी तंत्र, सिंधु नदी तंत्र, ब्रहामपुत्र नद तंत्र ।
प्रायद्वीपीय भारत से निकलने वाली प्रमुख नदियों के नाम?
नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी नदी आदि।
कौन-सी नदियां बारहमासी बहती हैं?
हिमालय से निकलने वाली नदियां बारहमासी बहती है। क्योंकि इन नदियों के स्त्रोत ग्लेशियर या बर्फ होते हैं।
कौन-सी नदियां बारहमासी नही बहती है?
प्रायद्वीपीय नदियां बारहमासी नहीं बहती है। क्योंकि इन नदियों का स्त्रोत पहाड़ियां होती हैं, और ये नदियां मानसून पर निर्भर होती हैं।
किन नदियों में अवसादों की मात्रा ज्यादा होती है?
हिमालय से निकलने वाली नदियों में अवसादों की मात्रा ज्यादा होती है।