शब्द किसे कहते हैं

शब्‍द किसे कहते हैं


विषय – शब्द किसे कहते हैं

दो या दो से अधिक वर्णों के मेल को शब्‍द कहते हैं। या हम कह सकते हैं, वर्णों का ऐसा समूह जिसका निश्‍चित अर्थ होता है,उसे शब्‍द कहते हैं। जैसे – राम, श्‍याम, मोहन, सोहन आदि।


शब्द किसे कहते हैं


शब्‍दों का वर्गीकरण

शब्दों का वर्गीकरण दो भागों में किया गया है।

  • सार्थक शब्‍द
  • निरर्थक शब्‍द

(i) सार्थक शब्‍द – जिन शब्‍दों का कोई अर्थ होता है, ऐसे शब्‍दों को सार्थक शब्‍द कहते हैं।

जैसे – गंगा  शब्‍द से यह पता चल रहा की यह एक नदी का है। यमुना – शब्‍द से यह पता चल रहा की यह भी एक नदी का नाम है । सूर्य,  चंन्‍द्रमा, पृथ्‍वी इत्‍यादि ।

(ii) निरर्थक शब्‍द – जिन शब्‍दों का कोई अर्थ नहीं निकलता है, उन्‍हें निरर्थक शब्‍द कहते है ।

जैसे – राम-वाम, रोटी-वोटी, पानी-वानी, लड़की-वड़की इत्‍यादि ।


सार्थक शब्‍दों के भेद 

1. रचना के आधार पर सार्थक शब्‍द

1. रूढ शब्‍द  2. योग रूढ शब्‍द  3. यौगिक शब्‍द ।

i. रूढ शब्‍द  – जिन शब्‍दों का विभाजन नहीं कीया जा सकता है। अर्थात जिन शब्‍दों का संन्धि-विछेद नहीं हो सकता है। ऐसे शब्‍दों को रूढ शब्‍द कहते हैं। रूढ शब्‍दों को पहचाने का एक तरीका यह भी है। इनमें उपसर्गो का प्रयोग नहीं होता है।

जैसे – कमल, घर,  पुस्‍तक,  कलम आदि। ये ऐसे शब्‍द हैं जिनका न ही विभाजन कर सकते हैं और न ही इन शब्‍दों पर उपसर्ग लगता है।

ii. योग रूढ शब्‍द – जब दो रूढ शब्‍द मिलकर कोई तीसरा अर्थ देता हैंं। तो ऐसे शब्‍दों को योग रूढ शब्‍द कहते हैं।

जैसे –  गजानन , दशानन, लम्‍बोदर, पीताम्‍बर, पंकज ।

iii. यौगिक शब्‍द  – जिन शब्‍दों का संधिविछेच्‍द तो हो सकता है या जिन शब्‍दों का विभाजन तो हो सकताा है। लेकिन विभाजन या सं‍धिविछेच्‍द होने के बावजूद भी एक ही अर्थ देते हैं। ऐसे शब्‍दों को योग रूढ़ शब्‍द कहते हैं। अर्थात जो शब्‍द है, वही उसका अर्थ बनता है। 

जैसे – विद्यालय, चिड़ि‍या घर, पुस्‍तकालय, वाचनालय।

2. उत्‍पति/जन्‍म के आधार पर

1.तत्‍सम शब्‍द   2.तदभव    3.देशज   4.विदेशी शब्‍द ।

i. तत्‍सम शब्‍द  – तत्‍सम शब्‍द तत् और सम दो शब्‍दों से मिलकर बना है! जिसमें तत् का अर्थ होता है] उसके अर्थात संस्‍कृत के और सम का अर्थ होता है, समान।

हिंदी भाषा के ऐसे शब्‍द जो संस्‍कृत भाषा से निकल कर हिंदी में आये लेकिन हिंदी भाषा में आने के बावजूद भी संस्‍कृत की तरह ही रहे। ऐसे शब्‍दों को तत्‍सम शब्‍द कहते हैं।

जैसे – पुस्‍तक, बालक, राज्‍य, प्रजा, माता, पिता, बालिका इत्‍यादि।

ii. तदभव शब्‍द  – जिन शब्‍दों ने संस्‍कृत भाषा से निकलकर हिंदी भाषा में प्रवेश करके अपना रूप बदल दिया हो। ऐसे शब्‍दों को तदभव शब्‍द कहते हैं।

जैसे –  क्षेत्र – खेत, दुग्‍ध – दूध , क्षीर – खीर ।

iii. देशज् शब्‍द  ऐसे शब्‍द जो क्षेत्रीय प्रभाव के कारण परिस्थिति व आवश्‍यकतानुसार बनकर प्रचलित हुए हैं या जो गाँव की सीमा में ही सिमट कर रह गये। ऐसे शब्‍दों को देशज शब्‍द कहते हैं।

जैसे –  लोटा,  मटका,  ब्‍वारी,  भैजी,  इत्‍यादि।

iv. विदेशी/देशी/आगत शब्‍द – हिंदी में प्रयोग होने वाले ऐसे शब्‍द जो विदेशी भाषाओं से आकर हिंदी भाषा में प्रयाेग होने लगे। ऐसे शब्‍दों को विदेशी/देशी या आगत शब्‍द कहते हैं।

जैसे  –  कुर्ता,   पायजामा,  साइकिल,   लैम्‍प,  बल्‍ब, इत्‍यादि ।

3. अर्थ के आधार पर शब्‍दों के भेद 

1. पर्यावाची शब्‍द    2. विलोम शब्‍द  3. सम्‍मोचारित शब्‍द   4. अनेकार्थी शब्‍द

4. काव्‍यशास्‍त्रीय के आधार पर शब्‍दों के भेद  

1.शब्‍द का अभिधा रूप  2. शब्‍द का लक्षणा रूप  3. शब्‍द का व्‍यंजना रूप

  1. शब्‍द का अभिधा रूप – जब किसी शब्‍द का सीधा रूप प्रस्‍तुत किया जाए अर्थात जब किसी शब्‍द का सीधा अर्थ निकले । जैसे – राम कक्षा का अच्‍छा लड़का है ।
  2. शब्‍द का लक्षणा रूप  – जब किसी शब्‍द को कहने के लिए उसके लक्षण में कोई दूसरा शब्‍द ला दिया जाता है । जैसे – रोहन कक्षा का शंकराचार्य है ।
  3. शब्‍द का व्‍यंजना रूप  –   जब किसी शब्‍द व्‍यंग्‍यात्‍मक रूप प्रस्‍तुत किया जाए वह शब्‍द का व्‍यंजना रूप होगा। जैसे – श्‍याम गोबर गणेश है ।

5. प्रयोग व विकार के आधार पर शब्‍द  

1. विकारी/सवि‍कारी    2. अविकारी

i. विकारी/सविकारी शब्‍द  – जो शब्‍द प्रयोग के आधार पर अपना अर्थ विकृत कर देते हैं। अर्थात बदल देते हैं ऐसे शब्‍दों को विकारी शब्‍द कहते हैं। संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया-विशेषण, के सभी शब्‍द विकारी शब्‍द है।

जैसे –  माता-पिता,  भाई-बहिन,  लड़का-लड़की,  रात-दिन,  सुबह-शाम  इत्‍यादि ।

ii. अविकारी शब्‍द – जो शब्‍द के प्रयोग के आधार पर अपना अर्थ नहीं बदलते हैं उन्‍हें अवि‍कारी शब्‍द कहा जाता हैं। सभी अव्‍ययवाची  शब्‍दों को भी अविकारी शब्‍द कहते हैं।

जैसे – हे,  हो,  अरे,  अबे,  किन्‍तु,  परन्‍तु,  और ।


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FAQ

[sc_fs_multi_faq headline-0=”h2″ question-0=”शब्द किसे कहते हैं ?” answer-0=”दो या दो से अधिक वर्णों के मेल को शब्द् कहते है।” image-0=”” headline-1=”h2″ question-1=”सार्थक शब्द किसे कहते हैं ?” answer-1=”जिन शब्दों का कोई अर्थ होता है ऐसे शब्दों को सार्थक शब्द कहते है। जैसे – गंगा शब्द‍ से यह पता चल रहा है की यह एक नदी का है। यमुना – शब्द से यह पता चल रहा की यह भी एक नदी का नाम है ।” image-1=”” headline-2=”h2″ question-2=”निरर्थक शब्द किसे कहते है ?” answer-2=”जिन शब्दों का कोई अर्थ नहीं निकलता है, उन्हें निरर्थक शब्द‍ कहते है । जैसे – राम-वाम, रोटी-वोटी, पानी-वानी, लड़की-वड़की इत्यादि ।” image-2=”” headline-3=”h2″ question-3=”सार्थक शब्दों के कितने भेद/प्रकार होते हैं ?” answer-3=”सार्थक शब्द के 5 भेद/प्रकार होते है । 1. रचना के आधार पर 2. उत्पति/जन्म के आधार पर 3. अर्थ के आधार पर 4. काव्यकशास्त्रीय के आधार पर 5. प्रयोग व विकार के आधार पर ” image-3=”” headline-4=”h2″ question-4=”रूढ शब्द किसे कहते हैं ?” answer-4=”जिन शब्दों का विभाजन नहीं हो सकता है, अर्थात जिन शब्दों का संन्धि-विछेद नहीं हो सकता है। ऐसे शब्दों को रूढ शब्द कहते हैं ।” image-4=”” headline-5=”h2″ question-5=”योगरूढ शब्द किसे कहते हैं ?” answer-5=”जब दो रूढ शब्द मिलकर कोई तीसरा अर्थ देता है, तो ऐसे शब्दों को योगरूढ शब्द कहते हैं।” image-5=”” headline-6=”h2″ question-6=”यौगिक शब्द किसे कहते हैं ?” answer-6=”जिन शब्दों का संधिविछेच्द तो हो सकता है या जिन शब्दोंा का विभाजन तो हो सकताा है । लेकिन विभाजन या सं‍धिविछेच्दध होने के बावजूद भी एक ही अर्थ देते हैं। अर्थात जो शब्द है उसी से मिलता जुलता उसका अर्थ बनता है ।” image-6=”” headline-7=”h2″ question-7=”तत्सम शब्द किसे कहते हैं ?” answer-7=”तत्सम शब्द तत् और सम दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें तत् का अर्थ होता है उसके अर्थात संस्कृीत के और सम का अर्थ होता है समान । हिंदी भाषा के ऐसे शब्द जो संस्कृत भाषा से निकल कर हिंदी में आये लेकिन हिंदी भाषा में आने के बावजूद भी संस्कृत की तरह ही रहे । ऐसे शब्दों को तत्सम शब्द कहते हैं।” image-7=”” headline-8=”h2″ question-8=”तदभव शब्द किसे कहते हैं ?” answer-8=”जिन शब्‍दों ने संस्कृत से निकलकर हिंदी में आकर अपना रूप बदल दिया है ऐसे शब्दों को तदभव शब्द कहते हैं।” image-8=”” headline-9=”h2″ question-9=” देशज शब्द किसे कहते हैं ?” answer-9=”ऐसे शब्द जो क्षेत्रीय प्रभाव के कारण परिस्थिति व आवश्यकतानुसार बनकर प्रचलित हुए या जो गांव की सीमा में ही सिमट कर रह गये ।” image-9=”” headline-10=”h2″ question-10=”विदेशी/देशी शब्द किसे कहते हैं ?” answer-10=” हिंदी में प्रयोग होने वाले वे शब्द जो देश के बाहर की भाषाओं से आकर हिंदी में प्रयाेग होने लगे । ” image-10=”” headline-11=”h2″ question-11=”विकारी/सविकारी शब्द किसे कहते हैं ?” answer-11=”जो शब्द प्रयोग के आधार पर अपना अर्थ विकृत कर देते हैं अर्थात बदल देते हैं ऐसे शब्दोंं को विकारी शब्द कहते हैं।” image-11=”” headline-12=”h2″ question-12=”अविकारी शब्द किसे कहते हैं ?” answer-12=”जो शब्द के प्रयोग के आधार पर अपना अर्थ नहीं बदलते हैं उन्हें अवि‍कारी शब्द कहा जाता है । सभी अव्ययवाची शब्दों को भी अविकारी शब्द् कहते हैं।” image-12=”” count=”13″ html=”true” css_class=””]

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