अर्थशास्त्र और अर्थव्यवस्था |
विषय – अर्थशास्त्र और अर्थव्यवस्था
अर्थशास्त्र को अंग्रेजी में Economics और अर्थव्यवस्था को Economy कहते हैं।
- अब प्रश्न उठता है कि आखिर हमें अर्थशास्त्र पढ़ने की जरूरत क्यों है और अर्थशास्त्र क्या है।
मान लीजिए कोई एक देश है। अब हर एक देश के पास सीमित संशाधन होते हैं। अथार्त Limited Resources होते हैं। लेकिन किसी भी देश में लोगों की संख्या बहुत ज्यादा होती है।
यदि लोगों की संख्या बहुत ज्यादा होगी। तो इन लोगों की बहुत सारी असीमित इच्छाए भी होंगी। और हम सभी जानते हैं कि इच्छाएं कभी पूरी नहीं होती।
देश | संशाधन | इच्छाएं |
A – नाम का देश | सीमित संशाधन | असीमित इच्छाएं |
तो समस्या क्या आ रही हैं, कि हमें सीमित संशाधनों से इन असीमित इच्छाओं को पूरा करना है। ये वही बात हो गई कि हमारे पास सिर्फ 4 रोटियां उपलब्ध हैं, लेकिन खाने वाले लोग 400 हैं।
तो अब इन 4 रोटियों के द्वारा हमें 400 लोगों को बॉंटना है। तो इसके लिए हमें संशाधनों का प्रबंधन करना होगा।
संशाधन प्रबंधन
हमें ये देखना होगा कि इन 4 रोटियों को किस प्रकार से हम 400 लोगों के बीच में बॉंट सकते हैं। या हमारे देश में जितने भी संशाधन उपलब्ध हैं। उन संशाधनों को किस प्रकार से हम लोगों के बीच में सही तरीके से बॉंट सकते हैं।
- ‘संशाधनों को बांटने की इसी प्रक्रिया‘ को संशाधन का प्रबंधन कहलाता है।
इसी संशाधनों के प्रबंधन से निकलकर आता है। अर्थशास्त्र एवं अर्थव्यवस्था।
अर्थशास्त्र
जब हम ‘आर्थिक गतिविधियों‘ या फिर ‘संशाधनों के प्रबंधन‘ की सैद्धांतिक व्याख्या करते हैं। तो उसे अर्थशास्त्र कहा जाता है।
अर्थव्यवस्था
जब हम ‘आर्थिक गतिविधियों‘ या फिर ‘संशाधनों के प्रबंधन‘ का व्यवहारिक अध्ययन करते हैं, उसे अर्थव्यवस्था कहते हैं।
Read Post….उत्पादन के कारक
जब कभी भी हम अर्थव्यवस्था की बात करते हैं, तो इसमें जो सबसे बड़ा शब्द आता है, वो शब्द है – ‘आर्थिक क्रियाएं‘ Economic Activities।
आर्थिक क्रियाएं
यहां पर एक शब्द है आर्थिक जिसमें एक शब्द छुपा हुआ है (अर्थ ) और अर्थ का मतलब होता है धन। तो इसका मतलब हुआ कि हमारी ऐसी क्रियाएं जो अर्थ अर्थात धन से संबंधित होती है, उन्हें आर्थिक क्रियाएं कहा जाता है।
Example –
- हम बैंक में गये और हमने बैंक में पैसे जमा किये। बैंक से हमने लोन लिया। या हम बाजार सब्जी लेने गये और हमने सब्जी वाले पैसे दिए। तो हम दिन-भर किसी न किसी रूप में आर्थिक क्रियाओं को करते हैं।
आर्थिक क्रियाएं | |
( सैद्धांतिक अध्ययन ) को → | अर्थशास्त्र |
( व्यवहारिक अध्ययन ) को → | अर्थव्यवस्था |
- जब हम आर्थिक क्रियाओं का सैद्धांतिक अध्ययन करते हैं, तो उसे अर्थशास्त्र कहा जाता है।
- जब हम आर्थिक क्रियाओ का व्यवहारिक अध्ययन करते हैं , तो उसे अर्थव्यवस्था कहा जाता है।
जब हम सैद्धांतिक अध्ययन करेंगे तो इसमें हम अर्थव्यवस्था से जुड़ी अलग-अलग सिद्धांतो को पढ़गे। जैसे हम यहां पर मांग के नियम को समझेगे, उत्पादन के नियम को समझेगे, अलग-अलग ग्राफों की बात करेगे। तो यहां पर ये सारा Theory का अध्ययन है।
लेकिन जब हम अर्थव्यवस्था की बात करते हैं तो इसमें हम Practical चीजों को पढ़ते हैं।
अर्थव्यवस्था को यदि हम एक Theory के रूप मे पढते हैं। तो चाहे हम भारत में पढ़े, चाहे हम अमेरिका में पढ़े, चाहे हम रूस में पढ़े। क्योंकि सिद्धांत हर जगह एक ही होगें। लेकिन हम अर्थव्यवस्था का व्यवहारिक अध्ययन कैसे करेगे।
अर्थव्यवस्था | भारतीय अर्थव्यवस्था |
- Economy (अर्थव्यवस्था) अपने आप में एक अधूरा या अपूर्ण शब्द है क्यों? क्योंकि जबतक आप ये नहीं बताओगे कि कौन-सी अर्थव्यवस्था तब तक ये शब्द पूरा नहीं होगा।
- अगर हम यहां पर एक तरफ सिर्फ अर्थव्यवस्था और दूसरी तरफ ‘भारतीय अर्थव्यवस्था‘ लिखते हैं तो।
- अब प्रश्न उठता है कि अगर हम सिर्फ अर्थव्यवस्था लिखते हैं। तो आप क्या पढोगे? किस चीज की Practical study करोगे।
- तो हमें याद होना चाहिए कि अर्थव्यवस्था अपने आप में एक अधूरा शब्द है। अर्थात ‘अर्थव्यवस्था शब्द’ के साथ हमें कुछ जोड़ना पड़ेगा। तभी ये शब्द पूरा हो सकता है।
- जैसे – भारतीय अर्थव्यवस्था, अमेरिका अर्थव्यवस्था, विकसित अर्थव्यवस्था, विकाशील अर्थव्यवस्था, कम आय वाली अर्थव्यवस्था, बंद अर्थव्यवस्था, खुली वाली अर्थव्यवस्था।
अब जैसे ही हमने अर्थव्यवस्था मे भारतीय अर्थव्यवस्था जोड़ा। तो अब हमें इसके विषय के बारे में पता चल गया।
- हमें भारत के बैकों के बारे में पढ़ना है।
- हमें भारत के मौद्रिक नीति और GDP के बारे में पढ़ना है।
- हमें भारत में गरीबी का अध्ययन करना है।
- हमें भारत के बेरोजगारी का अध्ययन करना है।
FAQ – अर्थशास्त्र और अर्थव्यवस्था
यहां पर एक शब्द है, आर्थिक जिसमें एक शब्द छुपा हुआ है (अर्थ ) जिसका मतलब धन होता है। तो इसका मतलब हुआ कि हमारी ऐसी क्रियाएं जो अर्थ अर्थात धन से संबंधित होती है, उन्हें आर्थिक क्रियाएं कहा जाता है। जब हम आर्थिक गतिविधियों या फिर संशाधनों के प्रबंधन की सैद्धांतिक व्याख्या करते हैं। तो उसे अर्थशास्त्र कहा जाता है। जब हम आर्थिक क्रियाओ या फिर संशाधनों के प्रबंधन का व्यवहारिक अध्ययन करते हैं, तो उसे अर्थशास्त्र कहते हैं। अर्थव्यवस्था अपने-आप में एक Incomplete word (अधूरा शब्द) है।आर्थिक क्रियाएं किसे कहते हैं?
अर्थशास्त्र किसे कहते हैं?
अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं?
अर्थव्यवस्था अपने-आप में कैसा शब्द है?