इतिहास किसे कहते हैं

इतिहास किसे कहते हैं

 


इतिहास किसे कहते हैं

इतिहास – इतिहास का शब्दिक अर्थ होता है – (Past) अतीत। प्राचीन काल में हुई सभी घटनाओं को इतिहास कहते हैं।  

किसी भी देश का इतिहास उस देश की उस देश में घटित हुई घटनाऍं होती है। जो उस देश के समाज, अर्थव्‍यवस्‍था, व राजव्‍यवस्‍था पर प्रभाव डालती है।


हमें इतिहास का अध्‍ययन क्‍यों करना चाहिए ?

इतिहास हमारा अतीत है और इसका अध्‍ययन हमें इसलिए करना चाहिए। क्‍योंकि भूतकाल (Past time) में मानव के द्वारा जितनी भी गलतियॉं की गयी जिन गलतियों के कारण युद्ध जैसी स्थितिया या बड़ी महामारी पैदा हो गई। उन गलतियों को दुबारा दोहराया न जाए।

दुसरा इतिहास हमें कुछ चीजें सीखाता है भूतकाल में हमनें कुछ-न-कुछ ऐसी गलतियॉं कि होगी जिससे विकट परिस्थितियॉं पैदा हो गयी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना काल है।

जब पूरे विश्‍व में कोरोना फैला तो न तो किसी के पास इस बीमारी के बारे में पता था और न ही इसकी हमारे पास कोई दवाई उपलब्‍ध थी। तो भारत सरकार को ये पता था। कि Past time में ऐसी बड़ी महामारी आयी थी। और उस समय हमने इस महामारी को रोकने के‍ लिए क्‍या-क्‍या कदम उठाए और क्‍या-क्‍या कदम नहीं उठाने चाहिए। इसीलिए भारत सरकार ने सबसे पहले देश में Lockdown लगाया।

 


लेखन के आधार पर इतिहास को तीन भागों में बॉंटा गया है। 

  1. प्रागैतिहासिक काल – पाषाण काल
  2. आद्य ऐतिहासिक काल – 
  3. ऐतिहासिक काल

1. प्रागैतिहासिक काल।। Prehistoric Period

इतिहास का ऐसा समय जिसके हमे कोई भी लिखित साक्ष्‍य नहीं मिले उसे प्रागैतिहासिक काल कहते हैं।

पाषाण काल भी प्रागैतिहासिक काल के अर्न्‍तगत आता है। क्‍योंकि हमें पाषाण काल के कोई लिखित साक्ष्‍य नहीं मिले हैं। पाषाण काल वो काल है जिस समय मनुष्‍य का विकास हो रहा था तो इस समय कोई भी लेखन कला नहीं थी। क्‍योंकि मनुष्‍य का विकास धरती पर अभी-अभी हुआ था।

  पाषाण काल के प्रकार।।Types Of Stone Age

  1. पुरापाषाण काल
  2. मध्‍य पाषाण काल
  3. नवपाषाण काल

i. पुरापाषाण काल पुरापाषाण काल में इंसान शिकार करके अपना जीवन बीताता था। तो उसे आखेट संग्राहक (Hunter Gathere) कहा गया। अर्थात इंसान शिकार करता था उसे इकट्ठा करता था और उसे खाता था यही उसका जवीन था। और कोई भी चीज यहॉं पर विकसित नहीं हूई थी।

लेकिन पुरापाषाण काल में एक बहुत बड़ी घटना हुई। और ये घटना थी आग पर नियंत्रण (Controll On fire)। इंसान इस काल में आग पर नियंत्रण करना सीख गया। याद रखिए आग का अविष्‍कार नहीं किया इंसान ने। आग तो पहले से इस पृथ्‍वी पर थी।

इंसान ने ये सीख लिया कैसे वो पत्‍थरों की सहायता से आग जलायेगा। और पानी से या दूसरी चीजों से आग को बुझायेगा। तो इंसान ने पुरापाषाण काल में ही आग पर नियंत्रण करना सीख लिया।


पुराण की संख्‍या


iii. नवपाषाण काल – नवपाषाण काल में सबसे पहले इंसान ने पहिये का अविष्‍कार (Invention of wheel) कर दिया। और दूसरी चीज इंसान ने कृषि का अविष्‍कार(Invention of agriculture) कर दिया। और जब इंसान कृषि करना सीख जायेगा। तो निश्‍चित सी बात है कि वह एक जगह पर रहने लगेगा। अर्थात उसके अन्‍दर (Stability) आ जायेगी।

तो जैसे ही कृषि का अविष्‍कार होगा तो इंसान का स्‍थाई निवास प्रारंभ हो जायेगा। और इसी के साथ पशुपालन (Animal husbandry) भी शुरू हो गयी। और कुत्‍ता इनका पहला पालतु जानवर (Pet animal) बना।

कुत्‍ता किस प्रकार से इंसान का पहला पालतु जानवर बना ?

Small story – कहा ये जाता है कि इंसान जब भी शिकार करता था। तो वह पूरी चीज को खा नहीं पाता था मसालों का तो अविष्‍कार उस समय हुआ नहीं था फ्रिज जैसी चीज तो उस समय हुआ नहीं करती थी।

तो क्‍या होता था मान लीजिए इंसान जब शिकार करता था तो वह उसे पूरा नहीं खा पाता था। उसने आधा खाया और आधा छोड़ दिया। तो जिस चीजों को वह छोड़ता था तो कुत्‍ते आकर के उसको खा लेते थे।‍ फिर धीरे-धीरे क्‍या हुआ कुत्‍‍तों की ये आदत बन गयी। उन्‍हें ये पता पड़ गया की हमें इंसानों के पीछे रहना है तो हमें मांस मिलेगा।

तो इंसान भी ये समझ गये कि इनसे हमें फायदा है। एक तो इनकी नाक बहुत तेज होती है तो हमको शिकार करने में मदद मिलेगी। और दूसरी चीज ये रात में पहरेदारी का काम भी करते है। तो इस प्रकार से कुत्‍ता इंसान का पहला पालतु जानवर बना।

वेद की संख्‍या


2. आद्य ऐतिहासिक काल।। Proto Historic Period

इतिहास का ऐसा समय जिसके लि‍खित साक्ष्‍य तो हैं लेकिन उस लिपि काअभी तक हम पढ़ या समझ नहीं पाये। ऐसे इतिहास को आद्य ऐतिहासिक काल कहते हैं।

इस काल का सबसे अच्‍छा उदाहरण सिन्‍धु घाटी सभ्‍यता का है। क्‍योंकि सिन्‍धु घाटी सभ्‍यता में लिखित कला (Writing Art) थी। व हमें वहॉं से लिखित साक्ष्‍य (Write Avidance) मिले है। जो हमें सिन्‍धु घाटी सभ्‍यता में लेखन कला होने की जानकारी देती है।


3. ऐतिहासिक काल ।। Historical Period

इतिहास का ऐसा समय जिसके लिखित साक्ष्‍य उपलब्‍ध होने के साथ-साथ यह पठनीय भी है। अर्थात हम इन लिखित साक्ष्‍यों को पढ़ा जा सकता है। तो इतिहास का ऐसा समय जिसके लिखित साक्ष्‍य उपलब्‍ध होने के साथ-साथ जिसे पढ़ा़ भी जा सके। उसे ऐतिहासिक काल कहते हैं।

वैदिक समय से लेकर के अब तक का जो इतिहास है वह ऐतिहासिक काल के अन्‍तर्गत आता है। क्‍योंकि वैदिक समय से लेकर अब तक का जो इतिहास है उसके हमारे पास लिखित साक्ष्‍यों के साथ-साथ उसे पढ़ने और समझने की क्षमता भी है।

 


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FAQ

प्रागैतिहासिक काल किसे कहते हैं ?

इतिहास का ऐसा समय जिसके हमे कोई भी लिखित साक्ष्‍य (Write Avidence) नहीं मिले। इतिहास के ऐसे काल को प्रागैतिहासिक काल कहते हैं।

आद्य ऐतिहासिक काल किसे कहते हैं ?

इतिहास का ऐसा समय जिसके लिखित साक्ष्‍य तो उपलब्‍ध हैं। लेकिन उस लिपि को हम पढ़ या समझ नहीं पाये। इतिहास के ऐसे काल को आद्य ऐतिहासिक काल कहते हैं।

ऐतिहासिक काल किसे कहते हैं ?

इतिहास का ऐसा समय जिसके लिखित साक्ष्‍य होने के साथ-साथ जिसे पढ़ा भी जा सके। इतिहास के ऐसे काल को ऐतिहासिक काल कहते हैं।

किस पाषाण काल में इंसान ने आग पर नियंत्रण पाया ?

पुरापाषाण काल में इंसान ने आग पर नियंण पाया।

किस पाषाण काल में इंसान ने पहिये का अविष्‍कार किया ?

नवपाषाण काल में इंसान ने पहिये का अविष्‍कार किया।


प्रागैतिहासिक काल को अंग्रेजी में क्या कहते है ?

प्रागैतिहासिक काल को अंग्रेजी में (Prehistoric Period) कहते हैं।

आद्य ऐतिहासिक काल को अंग्रेजी में क्‍या कहते हैं ?

आद्य ऐतिहासिक काल को (Proto Historic Period) कहते हैं।

ऐतिहासिक काल को अंग्रेजी में क्या कहते है ?

ऐतिहासिक काल को अंग्रेजी में (Historical Period) कहते है।

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