अक्षांश रेखाएं |
विषय – अक्षांश रेखाएं
भारत का अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार जानने से पहले हमें यह जानना होगा कि अक्षांशीय और देशांतरीय रेखाएं क्या होती है। और इन्हें ग्लोब पर क्याें खींचा गया है।
A. ग्लोब पर रेखाएं क्यों खींची गई है –
पृथ्वी के अध्ययन को आसान बनाने के लिए (Glob) पर कुछ काल्पनिक (Imaginary) रेखाएं खींची गई है। इन्हीं काल्पनिक रेखाओं को अंक्षाश व देशान्तर रेखाएं कहते हैं। ग्लोब पर दो प्रकार की काल्पनिक रेखाएं खींची गई है।
- अंक्षाश रेखा – Latitude line
- देशान्तर रेखा – Longitude line
- उत्तरी गोलार्द्ध – (NH) Northen Hemisphere
- दक्षिणी गोलार्द्ध – (SH) Sourthen hemisphere
- उत्तरी अक्षांश रेखा – (NL) North Latitude line
- दक्षिणी अक्षांश रेखा – (SL) South Latitude line
1. अक्षांशीय रेखाएं –
ग्लोब पर पश्चिम से पूरब दिशा की ओर खींची गई क्षैतिज ( — ) काल्पनिक रेखाओं कोअंक्षाश रेखाएं कहते हैं। व (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बॉंटती है। (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा को विषुवत रेखा और भूमध्य रेखा भी कहते हैं।
1. विषुवत रेखा के समान्तर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को क्या कहते हैं?
विषुवत रेखा के समांतर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को अक्षांश रेखाएं कहते हैं। चित्र में आपको Sky colour की जो विषुवत रेखा है दिखाई दे रहीं उसके समान्तर जितनी भी रेखाएं खींची गई हैंं, वे सभी रेखाएं अंक्षाश रेखाएं हैं। चाहे वो उत्तरी गोलार्ध की ओर की खींची गई रेखाएं हो, चाहे वो दक्षिणी गोलार्ध की ओर खींची गई रेखाएं हो ।
2. सभी अक्षांश रेखाएं एक-दूसरे के समान्तर क्यों होती है?
क्योंकि अंक्षाश रेखाएं एक-दूसरे से आपस में स्पर्श नहीं होती है। इसलिए ये एक-दूसरे के समांतर होती है।
3. प्रत्येक दो अक्षांश रेखाओं के बीच की दूरी कितनी होती है?
प्रत्येक दो अंक्षाश रेखाओं के बीच की दूरी 111 km होती है।
4. अंक्षाश रेखाओं की लंबाई असमान क्यों हाेती है?
अब प्रश्न उठता है, कि अंक्षाश रेखाओं की लंबाई असमान क्यों होती हैं
चित्र में आप दे सकते हैं, कि जब हम (0°) डिग्री की अंक्षाश से ऊपर की ओर बढ़ते हैं। तो अंक्षाश रेखाओं की जो लंबाई है, वो धारे-धीरे कम होती जाती है। वहीं जब हम (0°) डिग्री की अंक्षाश से नीचे की ओर बढ़ते हैं तो यहाँ भी अंक्षाश रेखाओं की लंंबाई धीरे-धीरे कम होती जाती है। इसीलिए अंक्षाश रेखाओं की लंंबाई असमान होती है।
5. अक्षांश रेखाओं की संख्या कितनी होती है?
अक्षांश रेखाओं की संख्या 181 होती है। अब प्रश्न उठता है कि किस प्रकार से अंक्षाश रेखाओं की संख्या 181 होती है?
उपयुक्त चित्र में आप देख सकते हैं। सबसे केन्द्र बिन्दु में (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा है, जिसकी संख्या 1 है। अब (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा से उत्तरी गोलार्द्ध की ओर (90) अक्षांश रेखाएं हैं। और वहीं दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर भी (90 अक्षांश रेखाएं हैं।
(0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा | उत्तरी गोलार्द्ध की ओर अक्षांश रेखाएं | दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर अक्षांश रेखाएं | कुल अंक्षाश रेखाएं |
1 | 90 | 90 | 181 |
6. अक्षांश रेखाओं पर कितने वृत्त बने होते हैं
अक्षांश रेखाएं ग्लोब पर (179) वृत्त बनाती है।
अब प्रश्न उठता है कि अंक्षाश रेखाएं किस प्रकार से (179) वृत्त बनाती है। चलिए समझते हैं।
अंक्षाश रेखाएं उत्तरी व दक्षिणी ध्रुवों पर वृत्त नहीं बनाती है। (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा से उत्तरी गोलार्द्ध की ओर अंक्षाश रेखाएं 89 वृत्त बनते हैं। वहीं (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा से दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर भी अंंक्षाश रेखाएं 89 वृत्त बनाते हैं। और सभी अक्षांश रेखाओं में (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा एक महान वृत्त बनाती है।
181 अंक्षाश रेखाएं – 2 (उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव) = 179 वृत्त
(0°) डिग्री की अंक्षाश पर वृत्त | उत्तरी गोलार्द्ध की ओर के वृत्त | दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर के वृत्त | अंक्षाश रेखाओं द्वारा बनाये गये कुल वृत्त |
1 | 89 | 89 | 179 |
7. विषुवत/भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बॉंंटती है
मान लीजिए आप के पास एक फल है। यदि आप इस फल को चाकू से बीच (Middle) से काटते हैं, तो इस फल के दो बराबर हिस्से हो जायेगें । और यदि आप इस फल को बीच (Middle) से नहीं काटते हैं तो क्या इस फल दो बराबर हिस्स हो पायेगे , नहीं ।
इसीलिए (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बॉंटती है।
8. अक्षांश रेखाओं का चिन्ह( ) फाई होता है।
9. किसी स्थान की पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से मापी गई क्या कहलाती है?
किसी स्थान की पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से मापी गई ‘कोणीय दूरी’ अक्षांश कहलाती है।
2. (0°) डिग्री की अक्षांश रेखा की महत्वपूर्ण जानकारिया
3. कुछ प्रमुख अक्षांशीय रेखाएं
- यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से उत्तरी गोलार्द्ध (NH) के दोनों ओर (23½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं, तो उस कर्क रेखा (Tropic of Cacer) कहते हैं।
- यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से दक्षिणी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (23½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं, तो उस रेखा को मकर रेखा ( Tropic of Capricorn) कहते हैं।
- यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से उत्तरी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (66½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं, तो उसे आर्केटिक वृत्त कहते हैं ।
- यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से दक्षिणी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (66½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं तो उसे अंटार्कटिक वृत्त कहते हैं।
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[sc_fs_multi_faq headline-0=”h2″ question-0=”अंक्षाश रेखा किसे कहते हैं ? ” answer-0=”ग्लोब पर पश्चिम से पूरब दिशा की ओर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को ही अंक्षाश रेखाएं कहते हैं। ” image-0=”” headline-1=”h2″ question-1=”अंक्षाश रेखाओं की संंख्या कितनी होती हैं ? ” answer-1=”अंक्षाश रेखाओं की संंख्या (181) होती है । ” image-1=”” headline-2=”h2″ question-2=”अंक्षाश रेखाओं पर कितने वृत्त होते हैं ? ” answer-2=”अंक्षाश रेखाओं पर (179) वृत्त होते हैं। ” image-2=”” headline-3=”h2″ question-3=”विषुवत रेखा का अन्य किन-किन नामों से जाना जाता है ?” answer-3=”विषुवत रेखा को भूमध्यश रेखा और (0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा भी कहते हैं। ” image-3=”” headline-4=”h2″ question-4=”भूमध्य रेखा कितने देशों से होकर गुजरती है ? ” answer-4=”भूमध्य रेखा 13 देशों से होकर गुजरती है ।” image-4=”” headline-5=”h2″ question-5=”प्रत्येक दो अंक्षाश रेखाओं के बीच की दूरी कितनी होती है ?” answer-5=”प्रत्येक दो अंक्षाश रेखाओं के बीच की दूरी (111km) होती है ।” image-5=”” headline-6=”h2″ question-6=”मर्कर रेखा किसे कहते हैं ?” answer-6=”यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से दक्षिणी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (23½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में एक रेखा व्दारा मिलते हैं तो उस रेखा को मकर रेखा ( Tropic of Capricorn) कहते हैं ।” image-6=”” headline-7=”h2″ question-7=”कौन-सी रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बाँटती है ?” answer-7=”(0°) डिग्री की अंक्षाश रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बाँटती है । ” image-7=”” headline-8=”h2″ question-8=”कर्क रेखा किसे कहते हैं ?” answer-8=”यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से उत्तरी गोलार्द्ध (NH) के दोनों ओर (23½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में एक रेखा के व्दारा मिलते हैं तो उस रेखा को कर्क रेखा (Tropic of Cacer) कहते हैं।” image-8=”” headline-9=”h2″ question-9=”आर्केटिक वृत्त किसे कहते हैं ?” answer-9=”यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से उत्तरी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (66½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं तो उसे आर्केटिक वृत्त कहते हैं ।” image-9=”” headline-10=”h2″ question-10=”अंटार्कटिक वृत्त किसे कहते हैं ? ” answer-10=”यदि हम पृथ्वी के केन्द्र बिन्दु से दक्षिणी गोलार्द्ध (SH) के दोनों ओर (66½°) कोण बनाते हैं और जब ये दोनों कोण आपस में मिलते हैं तो उसे अंटार्कटिक वृत्त कहते हैं ” image-10=”” count=”11″ html=”true” css_class=””]