उत्तराखंड के ग्लेशियर |
ग्लेशियर (हिमनद)
पृथ्वी की सतह पर विशाल आकार की बर्फराशि को ग्लेशियर या (हिमनद) कहते हैं।
चमोली जनपद में स्थित ग्लेशियर
संतोपंथ | चमोली |
भागीरथी ग्लेशियर | चमोली |
बद्रीनाथ ग्लेशियर | चमोली |
हिपराबमक ग्लेशियर | चमोली |
दूनागिरी ग्लेशियर | चमोली |
पिण्डारी ग्लेशियर | चमोली + बागेश्वर |
संतोपंथ ग्लेशियर
- संतोपंथ ग्लेशियर चमोली जनपद में स्थित है। और इसी ग्लेशियर से अलकनन्दा का उदगम होता है।
भागीरथी ग्लेशियर
- भागीरथी ग्लेशियर चमोली जनपद में स्थित है। इस ग्लेशियर की ऊंचाई 18 किलोमीटर है।
पिण्डारी ग्लेशियर
- पिण्डारी ग्लेशियर राज्य के दो जनपदों बागेश्वर और चमोली में फैला हुआ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है। इस ग्लेशियर की लंबाई 30 किलोमीटर और चौड़ाई 400 मीटर है।
- इस ग्लेशियर की सबसे प्रमुख विशेषता है, कि यह तीन शिखरों त्रिशूल, नंदादेवी, व नंदाकोट के मध्य स्थित है
- इस ग्लेशियर से अलकनंदा की सहायक पिण्डर नदी निकलती है। जो कर्णप्रयाग नामक स्थान पर अलकनंदा से मिल जाती है।
उत्तरकाशी जनपद में स्थित ग्लेशियर
यमुनोत्री ग्लेशियर | उत्तरकाशी |
गंगोत्री ग्लेशियर | उत्तरकाशी |
डोरियानी ग्लेशियर | उत्तरकाशी |
बन्दरपूंछ ग्लेशियर | उत्तरकाशी |
गंगोत्री ग्लेशियर
- गंगोत्री ग्लेशियर राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित राज्य का सबसे बड़ा और सबसे लंंबा ग्लेशियर है। जिसकी लंबाई 30 किलोमीटर तथा चौड़ाई 2 किलोमीटर है। इस ग्लेशियर के गौमुख नामक स्थान से गंगोत्री नदी उदगम निकलती है।
बंदरपुंछ ग्लेशियर
- बंदरपूंछ ग्लेशियर राज्य के उत्तरकाशी जनपद में स्थित बंदरपूंछ पर्वत के उत्तरी डाल पर है।
- इस ग्लेशियर लंबाई 12 किलोमीटर है।
पिथौरागढ़ जनपद में स्थित ग्लेशियर
मिलम ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
काली ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
नामिक ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
हीरामणि ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
पिनौरा ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
रालम ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
पोटिंग ग्लेशियर | पिथौरागढ़ |
मिलम ग्लेशियर
- मिलम ग्लेशियर पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी तहसील में स्थित है। जिसकी लंबाई 16 किलोमीटर है।
- मिलम ग्लेशियर कुमाऊं मंडल का सबसे बड़ा ग्लेशियर है।
- इस ग्लेशियर से पिंडर की सहायक नदी मिलम व काली की सहायक नदी गोरी गंगा उदगम होता है।
- मिलम ग्लेशियर से दो नदियों मिलम और गोरी गंगा नदी का उदगम होता है।
बागेश्वर जनपद में स्थित ग्लेशियर
सुन्दरढुंगी ग्लेशियर | बागेश्वर |
सुखराम ग्लेशियर | बागेश्वर |
कफनी ग्लेशियर | बागेश्वर |
मैकतोली ग्लेशियर | बागेश्वर |
पिण्डारी ग्लेशियर | बागेश्वर + चमोली |
रूद्रप्रयाग जनपद में स्थित ग्लेशियर
केदारनाथ ग्लेशियर | रूद्रप्रयाग |
चौराबाड़ी ग्लेशियर | रूद्रप्रयाग |
खतलिंग ग्लेशियर | रूद्रपयाग + टिहरी |
खतलिंग ग्लेशियर
- खतलिंग ग्लेशियर रूद्रपयाग व टिहरी जनपद में स्थित है।
- यह ग्लेशियर जोगिन, स्फटिक प्रिस्वार, बार्त कौटर व कीर्ति स्तंभ चोटियों के मध्य स्थित है।
- खतलिंग ग्लेशियर से भिलंगना नदी का उदगम होता है। जो टिहरी में जाकर गंगोत्री नदी से मिलकर भागीरथी नदी का निर्माण करती है।
चोराबाड़ी ग्लेशियर
- चोराबाड़ी ग्लेशियर रूदप्रयाग जनपद में स्थित केदारनाथ मंदिर के पूर्व दिशा में स्थित है।
- इस ग्लेशियर की लंबाई 14 किलोमीटर है।
- इस ग्लेशियर से अलकनंदा की सहायक नदी मंदाकिनी नदी उदगम होता है।
- इस ग्लेशियर के निकट प्रसिद्ध चौराबाड़ी ताल (गांधी सरोवर) ताल स्थित है।
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FAQ – उत्तराखंड के ग्लेशियर या हिमनद
कफनी ग्लेशियर कहां स्थित है?
बागेश्वर जनपद में।
सुन्दरढुंगा हिमानी किस जनपद में स्थित है?
बागेश्वर जनपद में।
उत्तराखंड का सबसे बड़ा ग्लेशियर कौन-सा है?
गंगोत्री ग्लेशियर (उत्तरकाशी जनपद)
पिण्डारी ग्लेशियर से किस नदी का उदमग होता है?
पिण्डारी नदी।
खतलिंग ग्लेशियर से किस नदी का उदमग होता है?
भिलंगना नदी।
मिलम ग्लेशियर से किस नदी का उदमग होता है?
शारदा (काली) नदी।
सतोपंथ ग्लेशियर से किस नदी का उदमग होता है?
अलकनन्दा नदी।
कुमाऊॅं मण्डल का सबसे बड़ा ग्लेशियर कौन है?
मिलम ग्लेशियर।
चोराबाड़ी ग्लेशियर से किस नदी का उदमग होता है?
मंदाकिनी नदी।
उत्तराखंड राज्य का सबसे लंबा ग्लेशियर कौन है?
गंगोत्री ग्लेशियर।